मंगलवार, 16 जून 2009

पूर्वानुमान लगायें भविष्य की परेशानियों से बचें

अधिकतर हमारे साथ जीवन में ऐसी परिस्थिती बन जाती है की , समझ नहीं आता की क्या करें , हमने जिस पर भरोसा किया वोही धोखेबाज निकला ,फिर आता है क्रोध स्वयं की बुद्धि पर की क्यों हमने ऐसे व्यक्ति पर विस्वास जताया ।
अगर देखा जाए तो , हमने सही तरह से अपने अवचेतन को नहीं सुना , जब जब बारिश होती है तो पहले घटा उमड़ आती है ,यह सूचक होती है , की बन्धु अब बारिश होने वाली है ,अपने अपने छप्पर ठीक कर लो ,
हमें व्यक्ति के विचारों से उसके इरादों का पता लगाना चाहिए ,यह बहुत ही सहज है ।
हम हमारे आस पास के माहोल की चर्चा सम्बंधित व्यक्ति से करके भी यह मालुम कर सकते है की उसके विचार कैसे हैं ।
लोगों को ज्यादा बोलने का मौका दें कितना भी चालाक ,धूर्त व्यक्ति क्यों न हो , आपके सजग विवेक के आगे उसकी बातों की मलाई कवरिंग बहुत ज्यादा देर तक टिक नही पाएगी ।
(कृपया परखते वक्त पूरी तरह से पूर्व आग्रहित न हों )

वैसे हिन्दी में एक कहावत है , " दमड़ीकी हंडिया चली गई , कुत्ते की जात तो पता चल गई "
परीक्षा के उद्देश से आमंत्रण इतने खुले भी न हों , की जिसका ईमान न डोलता हो ,तो डोल जाए ।

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